Shri Tarun Vijay was the main speaker at the Vichar Manch ( intellectual forum) of Gayatri Pariwar's Centenary celebrations on 7th November 2011.Here are some pics of that event along with a report sent to us by Gayatri Pariwar Organisation. On the left side, seated on the dias are (l to r) renowned writer Shri Rajiv Malhotra, environmentalist Padmashri Anil Joshi and Swami ji
तरूण विजय ने की आचार्यश्री की किताबों का विमोचन
हरिद्वार, 7 नवंबर। राज्य सभा सांसद व जाने-माने पत्रकार तरूण विजय ने आज गायत्री महाकंुभ में चार भाषाओं में अनुवाद की गई श्रीराम शर्मा आचार्य की 28 किताबों का विमोचन किया। वे यहां विचार मंच पर आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने आए थे। उन्होंने इस मौके पर कहा कि विचार क्रांति के जरिये ही भारत के महान गौरव को दोबारा स्थापित किया जा सकता है।
उन्होंने आगे कहा कि भारत पिछले सौ वर्षों में क्षेत्रफल में आधा रहा गया है जबकि चीन अपने आकार का दोगुना हेा गया है। भारत बिडंबनाओं के दौर से गुजर रहा है, जब यहां भारतीयता और संस्कृति की बात की जाती है तो सेक्यूलरवाद का राग अलापा जाने लगता है। विचारों में सैकड़ों बमों के बराबर ताकत होती है।
आतंकवाद के प्रति चिंता वक्त करते हुए उन्होंने कहा कि अंहिसा के सिद्धांत का प्रतिपादन करने वाले देश के पूर्वोत्तर भाग अलगवाद से झुलस रहा है। इन सब चीजों से जूझने के लिए मजूबत राजनैतिक इच्छाशक्ति की आवश्यकता है। आचार्यश्रीे के प्रति श्रद्धांजलि प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि आचार्यश्री एक विचार थे, जो पूरे विश्व की सामाजिक व आर्थिक परिस्थितियों को बदलने की शक्ति रखते हैं। गायत्री परिवार विश्व भर में भारतीय संस्कृति को स्थापित करने के लिए अद्वितीय काम कर रहा है। कार्यक्रम में विभिन्न संस्थाओं से आए मनीषीयों ने भी अपने विचार रखते हुए आचार्यश्री को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर वीरेश्वर उपाध्याय, पर्यावरणविद अनिल जोशी, स्वामी निसर्ग, डाॅ चंद्रशेखर प्राण, आइवी वासावारेड्डी, डाॅ एनएन खन्ना, सांईश्री मोहनलाल, डाॅ एसपी सिंह मौजूद रहे।
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