अति उत्तम लेख है परन्तु तरुण विजय जी अनुरोध आप से है की हिन्दू धर्मगुरूओ द्वारा न राम मंदिर और आतंकवाद पर बोलने पर भी एक धारदार लेख होना चाहिए. दूसरा आप टीवी चैनल पर भी अपने धारदार शब्दों से अभी आक्रामक नहीं रहे है जो की अपेक्षित है. आप एक बहुत ही प्रखर, तार्किक और विद्वान व्यक्ति है. आप से अनुरोध है की इस समय इन दुष्ट सफेदपोश हिन्दू दुष्टो को भी एक्सपोस करेंगे. मुझे उम्मीद है जिस प्रखर राष्ट्रवाद के लिए आप जाने जाते है उसकी ज्योति को राज्य सभा में एक आवाज के रूप और एक लेखक के रूप में अखबारों में जिन्दा रखेंगे. ऐसी मेरी कामना है. जनसत्ता में भी आप रेगुलर नहीं हो पा रहे है. इस पर भी गौर करे. धन्यवाद
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अति उत्तम लेख है परन्तु तरुण विजय जी अनुरोध आप से है की हिन्दू धर्मगुरूओ द्वारा न राम मंदिर और आतंकवाद पर बोलने पर भी एक धारदार लेख होना चाहिए. दूसरा आप टीवी चैनल पर भी अपने धारदार शब्दों से अभी आक्रामक नहीं रहे है जो की अपेक्षित है. आप एक बहुत ही प्रखर, तार्किक और विद्वान व्यक्ति है. आप से अनुरोध है की इस समय इन दुष्ट सफेदपोश हिन्दू दुष्टो को भी एक्सपोस करेंगे. मुझे उम्मीद है जिस प्रखर राष्ट्रवाद के लिए आप जाने जाते है उसकी ज्योति को राज्य सभा में एक आवाज के रूप और एक लेखक के रूप में अखबारों में जिन्दा रखेंगे. ऐसी मेरी कामना है. जनसत्ता में भी आप रेगुलर नहीं हो पा रहे है. इस पर भी गौर करे.
धन्यवाद
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