tag:blogger.com,1999:blog-4357309287533344363.post4988485423596220445..comments2024-03-04T17:13:17.783-08:00Comments on Tarun Vijay: रमजान में प्रयागUnknownnoreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-4357309287533344363.post-66842843031679514352011-08-08T05:10:47.563-07:002011-08-08T05:10:47.563-07:00क्या कहें?
तरूण जी बात एक व्यक्ति की होती तो मामला...क्या कहें?<br />तरूण जी बात एक व्यक्ति की होती तो मामला कुछ और होता यहां तो बात हिन्दूस्थान के बजूद को मिटाने की है जिसके लिए हिन्दूविरोधी-देशविरोधी धर्मनिर्पेक्ष गद्दारों ने अलगाववादी मुसलमानों को ढ़ाल बनाकर हर मुसलमान को आतंकवादी बना डालने का बीड़ा उठा रखा है।<br />वरना आतंकवादियों की फांसी रोककर वन्देमातरम् का विरोध कर देशभक्तों को यूं सूली पर चड़ाने की वेशर्म कोशिसें न की जाती।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02964602014678479457noreply@blogger.com